कोन होते है घातक कमांडो जिससे पूरी दुनिया थर्राती है ???
कौन होते है घातक प्लाटून या घातक कमांडो ???
घातक प्लाटून या घातक कमांडो के नाम से पूरी दुनिया युं ही नहीं थर्राती है ,वे पैदल सेना के भीतर स्पेशल ऑपरेशन संचालित करने के लिए ही तैयार किए जाते है | उन्हें दिया गया "घातक" शब्द हिन्दी का बेहद प्रचलित शब्द है ,उन्हें बेहद खतरनाक और हत्यारा भी कहा जाता है | संक्षेप में कहे तो उन्हें पैदल सेना भी कहा जाता है | घातक प्लाटून या घातक कमांडोज़ स्पेशल ऑपरेशन को अंजाम देने वाली इंफ्रेंट्री प्लाटून होती है | इंडियन आर्मी की हर इंफ्रेंट्री के पास घातक की एक प्लाटून जरुरी होती है | घातक कमांडो का रोल टूप्स के साथ दुश्मन के ठिकानो पर बटालियन की मदद के बिना हमला करना है | घातक का ऑपरेशन रोल अमेरिका की स्काउन्ट स्नाइपर प्लाटून ,यूएस मरीन की एसटीए प्लाटून और ब्रिटिश आर्मी की पेट्रोल्स प्लाटून की तरह ही होती है |
घातक प्लाटून की ट्रेनिंग किस प्रकार की होती है:-
घातक प्लाटून की ट्रेनिंग बहुत ही कठिन होती है इन्हे शारीरिक तौर पर सबसे फिट और सबसे उत्साहित सैनिक को ही घातक प्लाटून में जगह मिलती है | इन्हे कर्नाटक के बेलगाम में ट्रेनिंग दी जाती है | कमांडोज़ को यहां पर हेलीबर्न असॉल्ट ,पहाड़ों पर चढ़ने ,माउंटेन वॉरफेयर ,विध्वंस ,एडवांस्ड वेपन्स ट्रेनिंग ,करीबी मुकाबलों का सामना करने और इन्फेंट्री की रणनीति सिखाई जाती है |
इस प्लाटून के सदस्यों को ऊंचाई पर स्थित वॉरफेयर स्कुल ,काउंटर-इनसरजेंसी और जंगल वॉरफेयर स्कुल में भेजा जाता है | इस ट्रेनिंग में वे अपने बदन को कुछ इस तरह तपाते है की वे वहां से फौलाद बन कर निकलते है | वे हर तरह की विषम और भयावह परिस्थितियों से लड़ने के लिए तैयार किये जाते है |
कोन-कोन से हथियारों की ट्रेनिंग दी जाती है घातक प्लाटून को ???
घातक कमांडोज़ को IWI Tavor TAR-21 ,INSAS और AK-47 जैसे हथियार चलने की ट्रेनिंग दी जाती है | इस यूनिट में शामिल मक्सरमेन को DRAGUNOV SVD और Heckler &Koch MSG-90 जैसे स्नाईपर राइफल चलाने की ट्रेनिंग दी जाती है |
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